छात्रों की सुविधा की दृष्टि से 1980 ई. में हिंदी विभाग द्वारा स्नातकोत्तर स्तर की शुरुआत की गई। हिंदी विभाग निरंतर उन्नति के पथ पर क्रियाशील रहा है, जिसमें अनुभवी एवं उच्च विभूषित अध्यापकों का अनमोल योगदान रहा है। इसकी परिनीति 2022 ई. में हिंदी विभाग को अनुसंधान केंद्र की मान्यता प्राप्त हुई। विभाग में अनुसंधान केंद्र के अंतर्गत 06 छात्र Ph. D. का संशोधन कार्य कर रहे हैं हिंदी विभाग में हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार के साथ ही छात्रों में हिंदी के प्रति रुचि बढाने हेतु विभिन्न समारोहों का आयोजन किया जाता हैं, जिसमें हर साल हिंदी दिवस, हिंदी सप्ताह, विश्व हिंदी दिवस, हिंदी के सुप्रसिद्ध साहित्याकारों की जयंती, विशेष व्याख्यान, कार्यशाला, चर्चासत्र, संगोष्ठी, अध्ययन यात्रा, विभिन्न प्रतियोगिता आदि का आयोजन किया जाता हैं।
साथ ही विभाग द्वारा छात्रों को रोजगार की दृष्टि से सेट-नेट, एम.पी.एस.सी., यु.पी.एस.सी., हिंदी राजभाषा अधिकारी, बँकिंग, हिंदी अनुवादक आदि स्पर्धात्मक परीक्षाओं का मार्गदर्शन किया जाता है। जिसके फल स्वरूप कु. वंदना काटे और कु. स्नेहलता खडके इन 02 छात्राओं ने सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय द्वारा एम. ए. की परीक्षा में सुवर्ण पदक प्राप्त किया है। एम.पी.एस.सी. की तहत 02 छात्र पुलिस उपनिरीक्षक (PSI), 01 छात्र सहाय्यक लेखा अधिकारी तथा BSF में 01 छात्र कोब्रा कमांडो के पद पर कार्यरत है। विभाग के 12 छात्रों ने सेट-नेट परीक्षा में सफलता प्राप्त की है। साथ ही विभिन्न महाविद्यालयों में अध्यापक के रूप में तथा प्रशासकीय पदों पर विभाग के छात्र कार्यरत हैं।